आर्य समाज विवाह संस्कार
आर्य समाज में विवाह समारोह को “आर्य समाज विवाह संस्कार” भी कहा जाता है। यह संस्कार हिंदू धर्म में विवाह को प्रमुखता से सम्पन्न करने का एक महत्वपूर्ण तरीका है। आर्य समाज में विवाह समारोह को एक सरल और संगठित तरीके से आयोजित किया जाता है। नीचे आपको आर्य समाज में विवाह समारोह के चरणों का हिंदी में वर्णन दिया गया है:
- संबंधित आर्य समाज मंदिर का चयन करें: विवाह समारोह के लिए आपको एक आर्य समाज मंदिर का चयन करना होगा, जहां यह समारोह संपन्न किया जाता है।
- पंडित की सलाह लें: आपको आर्य समाज मंदिर के पंडित से मिलें और उनसे विवाह समारोह के बारे में चर्चा करें। उनके मार्गदर्शन में विवाह की विधि, मंत्र और अन्य आवश्यक तत्वों को समझें।
- पंडित की सलाह के अनुसार विवाह की तिथि तय करें: पंडित आपको विवाह की तिथि तय करने में मार्गदर्शन करेंगे, जिसमें दिन, तिथि और मुहूर्त के संबंध में दिशा-निर्देश दिया जाता है।
- आवश्यक सामग्री को तैयार करें: विवाह समारोह के लिए आपको कुछ आवश्यक सामग्री की तैयारी करनी होगी, जैसे मंगलसूत्र, पूजा सामग्री, फूल, स्वयंवर के लिए अदरक और गुड़ आदि।
- विवाह समारोह का आयोजन करें: आर्य समाज मंदिर में विवाह समारोह का आयोजन करें। पंडित आपको विवाह समारोह की विधि, मंत्र और समारोह के विभिन्न अंगों के बारे में निर्देश देंगे।
- मंगल फेरे के बाद कन्या और वर को बधाई दें: विवाहित जोड़े को मंगल फेरों के बाद बधाई दें। पंडित आपको इसके बारे में निर्देश देंगे और विवाहित जोड़े को विशेष आशीर्वाद देंगे।
यहां दिए गए चरणों में संक्षेप में आर्य समाज में विवाह समारोह की विधि का वर्णन किया गया है। आपके आस-पास के आर्य समाज मंदिर या पंडित से विस्तृत जानकारी प्राप्त करने की सलाह दी जाती है।